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नीलगाय को रोकेगा उन्हीं का गोबर, खेत के आसपास भी नहीं भटकेंगी, फसलों को बचाने के साथ बढ़ाएंगे ये 4 उपाय

पलामू: देश के कई हिस्सों में नीलगाय किसानों के लिए बड़ी समस्या हैं. पलामू के किसान भी नीलगाय से बेहद परेशान हैं. ये नीलगाय सब्जी की खेती समेत अन्य फसलों को नष्ट कर दे रही हैं. किसान फसलों को नीलगाय से बचाने के लिए तरह-तरह के उपाय करते हैं. फिर भी बचाव नहीं हो पाता. ऐसे में आज आपको कुछ ऐसे तरीके बताते हैं, जिससे यकीन मानिए नीलगाय खेत में घुसेंगी भी नहीं.

क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्र के कृषि वैज्ञानिक रमेश कुमार ने बताया कि अक्सर देखा जाता है कि नीलगाय जहां भी झुंड में बैठती हैं, अपना मुंह उल्टा करके बैठती हैं. इसका कारण उनका गोबर है. ऐसे में किसान नीलगाय के गोबर को घोलकर अगर फसल पर छिड़काव करें तो फसल को बचाया जा सकता है. उन्होंने बताया कि नीलगाय अपने गोबर की महक के कारण फसल से दूर रहेंगी और फसल नुकसान से बच जाएगी.

1. ऑर्गेनिक कीटनाशक का करेगा काम
विशेषज्ञ ने बताया कि नीलगाय से बचाव के लिए किसान खेतों में गाय के गोबर को घोलकर हर 10 दिन पर फसल पर छिड़काव कर सकते हैं. इसके अलावा नीलगाय के गोबर को घोलकर भी छिड़काव करें. इसकी महक से नीलगाय फसल को नुकसान नहीं पहुंचाती हैं. साथ ही फसल पर ऑर्गेनिक कीटनाशक जैसा फायदा भी मिलता है.

2. इस खाद की महक से भी भागेंगी नीलगाय
आगे बताया कि किसान नीम की खली से फसल को बचा सकते हैं. इसके लिए किसान बराबर मात्रा में नीम की खली और ईंट-भट्ठे की राख का पाउडर तैयार कर लें. इसके बाद 6 किलो प्रति एकड़ की दर से खेत में छिड़काव कर दें. इससे फसल को भी फायदा होता है. नीम के खली होने से कीट और व्याधियों से भी बचाव होता है. वहीं, इसके छिड़काव करने से नीलगाय खेत के आसपास भी नहीं भटकतीं. नीम की महक से नीलगाय दूर रहती हैं. इसका छिड़काव 15 दिन के अंतराल पर किसान कर सकते हैं.

 

3. घर पर करें हर्बल घोल तैयार
विशेषज्ञ ने बताया कि नीलगाय से फसल को होने वाले नुकसान से बचाचे के लिए किसान घर पर हर्बल घोल तैयार कर सकते हैं. इसके लिए सबसे पहले उन्हें दही के मट्ठे, लहसुन और बालू को लेना होगा. इसमें मट्ठा 4 लीटर, आधा किलो छिला लहसुन और 500 ग्राम बालू को आपस में मिक्स कर दें. इसके बाद पांच दिन के बाद इस घोल का फसल पर छिड़काव कर दें. किसान देखेंगे की नीलगाय फसल के आसपास भी नहीं आएंगी. ये तरीका किसानों को 15 से 20 दिन के बीच इस्तेमाल करना है.

4. झटका करंट से बचाव
आगे बताया कि इसी प्रकार एक और तरीके से फसल की नीलगाय से रक्षा किसान कर सकते हैं. इसके लिए किसान झटका करंट विधि को अपना सकते हैं. खेत की घेराबंदी तार से कर दें. इसके बाद तार को 12 वोल्ट की बैटरी से जोड़ दें, जिससे तार के छूते ही करंट का एक झटका लगेगा. नीलगाय फसल को नुकसान नहीं पहुंचा पाएंगी. वहीं, बैटरी को चार्ज करने के लिए एक सोलर प्लेट भी लगा सकते हैं.