रचना1 :- |
आगे नवा साल ग संगी
चला योजना हमन बनाई
पर्यावरण ला बने रखे बर
मिलके पेड़ लगाई
सफ्फा रखी अपन गांव ल
ऊँचा करि ओखर नाव ल
झन भुलाई कोनो मनखे
अपन गांव के पीपर छाव ल
जम्मो लइका इसकूल जावय
बिना पढ़े कोनो झन आवय
धियान रखी हम सब झन उंखर
बाद म कोनो झन पछतावय
झन करि भेदभाव नोनी बाबु म
दी सम्मान दुनो नाव ल
अइसन सोचके करबो भैया
आगे हमन अपन गांव ल
व्यसन ल सब झन मिलके त्यागी
जौन लगाथे घर म आगी
थोर थोर बचाबो पैसा
तभे तो आही घर म खुशहाली
जाती पाती के भेद मिटाई
मिलके भैया सब झन खाई
उच्च विचार मन म रखके
बड़े बुजुर्ग के मान बढ़ाई
बालमुकुंद श्रीवास
रतनपुर 8878993338 |