आज के दुनिया मा अईसन कोनों जीव नी हे की जेकर थोरको घला थेभा नी होही
ये जुरुर हे कि बिगन घर - दुवार के कुन्हों , काखरो बेसाव नी होवे , रेहे बसे बर तो पतरी अक छईयाँ चाहिए ही , चाहे जो भी हो , इहाँ तक देखे ला मिलथे कि पशु मन मादा ( खोह ) चिरई - चिरगुन मा घलो अपन दुनों परानी के रेहे बर गुड़ा ( घोसला ) जठाथे , पर बिचारा मन करा सुख - सुबधा बिजली - पानी , पंक्षा के नी रहाय , कुदरुत हा ओखर जम्मो सुबधा हे सुख - दुख हे
ते का हमर मनखे चोला बुधमान बर आरुग नी रही का , येखर बिगन जिनगी अधूरा ही हावै काबर की इहाँ तक रोटी - बेटी मा पहिली बात आथें की कोन गाँव मा तोर रहना - बसना , कोन जघा तोर घरदुवार , कोन गोत अउर कोन जात - पात के परानी होथो तुमन , अईसन नेक ठन पूछिक - पुछा होथै तभे आगु चारचा बेटीबिहाव के होथै कि बने बने रहना बसना ठीकाना हे , ओकर बिना तो जिनगी जीना अबिरथा हे
बिगन नाम के कुन्हू कहाँ जान पाथे कि काखर का नाव ( नाम ) हे
इहाँ तक कि देव - धामी, भगवान मन के घलोक नाम करन हे अमुक भगवान हे , धमुक भगवान है
जीव - जगत मा हर के नाम करन करे जाथे
चाहे जीव होय या नीर्जिव
खाल्हे कोती थोरकुन निहारव कि हमर घरदुवार मा कतीक कुरिया - काठा सुन्दर बने हवैय:
घर |
मकान |
कुरिया |
कमरा |
जठना कुरिया |
बेडरुम |
नाहनी कुरिया |
स्नानघर |
पोखार कुरिया |
पैखानाघर |
जेचकीकुरिया |
लोहे आदि समान रखने का कमरा या प्रसुतिका कमरा |
छपरी ( परछी ) |
बरामदा |
आँट |
घर का चबुतरा |
परसार |
सभागृह या बड़ेबरामदा |
कोठा |
पशु बाँधने का मकान |
गोर्रा |
पशुसदन |
ओरछा |
झरोखा |
झिपारी |
घासफुस का छोटा सा परदा |
झिपार |
घासफुस का बड़ा परदा |
गुड़ी |
कुलदेवी का कमरा या अनने मान्यता देवघर आदि |
मईधर |
प्रमुख कमरा , पूजाघर |
छतघर |
पक्का मकान |
पटेवाँघर |
खपरैल छानी के अन्दर बनाया गया लकड़ी के पटरे का छत वाला मकान |
देऊर |
मातादेवाला |
मुँहाटी |
दरवाजा |
खैरपा |
घासफँस का या टहनियों से बनी अस्थाई परदा |
कपाट |
दरवाजा |
कोठी |
छोटा अन्न भंडारगृह |
ढाबा |
गोदाम |
फूला, पठेरा, खोलखा |
ताखा या आला |
कोटना |
पशु का पानी पीने का पात्र |
गोड़ा |
जीना का नीचे का भाग |
आलमारी |
आलमीरा |
खिड़की |
रोशनदान |
लारी |
घासफँस का अस्थाई घर |
खदरघर , लारी |
छींद की झोपड़ी |
छितका कुरिया |
पुराना कमजोर झुका मकान |
खदर छानी |
घासफुस का छप्पर |
धारन |
घरका धूरा |
महेल |
महल |
बारी |
बाड़ी |
काँड़ |
बल्ली |
मियाँर |
छत का लम्बा लकड़ी |
खूटा, थमेरा |
खंबा |
गड़ार |
उपर छत का घेरा |
मचान |
चार खंबा का ऊँचा पेंड़ आदि में बना अस्थाई झोपड़ी |
बेंट |
पुवाल का बड़ा रस्सा |
पेराडोरी |
पुवाल की रस्सी |
सीका |
कांवड़ आदि की रस्सी |
दुआर |
आँगन |
बहिंगा |
काँवर |
सूर |
लकड़ी की नोंकदार वजन ढोने का काँवड़ |
बिरवा |
झाड़ |
डुहरु |
क्यारी |
तुलसीचौंरा |
तुलसी का चबुतरा |
पटेंवा |
लकड़ी की छत |
छानी |
छप्पर |
मोघा |
नाली |
रधनी कुरिया |
पाकशाला |
बरमुंडीघर |
तीनकोर का मकान |
ठठरी |
बिना छत का सीधा घर |
चौकोलिया |
चौकोर मकान |
कपाटचीपा |
दरवाजा का किनारा भाग |
कोंटा |
दो दिवार का छोर , कोना |
कोनियाँ |
दो छप्पचूल्हा |
चूकी |
चूल्हा और बरतन आदि |
पानीमाचा |
पानी रखने का स्थाई स्टेण्ड |
बईठक कुरिया |
स्वागत कक्ष |
दाईघर |
माँ का घर |
आजीघर |
नानी का घर |
आजाघर |
नाना का घर |
ममाघर |
मामा का घर |
मामीघर |
मामी का घर आदि
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