हमर छत्तीसगढ़ मा अमीरहा मन तो फूलकाँस के लोटा - थारी, बटलोही ला बड़ सुभ माने
आज घलोक डोकरा - डोकरी मन घर जाने येला बउरथें गजबे
आज तो गाँव के पूजा - पाठ मा काँसा के लोटा ला ही कलस बना के
मढ़ा के हुमन - धूप करथें
तईहा - तईहा लोगन गरिबहा मन मा माटी के बरतन ले सरी रधना - गढ़ना , खाना - पीना करें जे हाड़ी - तौली मा साग - पान , जेवन , जीनिस आगी के चूल्हा मा राधे ओखरे सुवादे गजबे अउरे राहय
तन , मन घलोक एकदम चंगा , फुर्र रहाय
पर आज तो बिगियान के युग खातिर नावा नावा बरतन किसिम - किसिम के धातु के निकर गेहे , रोजिना टी० बी० मा परचार होवत हे
आज लोहा ( स्टीन ) के बरतन निकर गेहे जे मन ला मोह डारे हावे
गेस के चुल्हा ले रधई - गढ़ई के खवई ले तो बरनबानी के रोग - रई , हारी - बिमारी हमागिस हे
अइसन मनसे एक्को कुन्हू नी होही जे बिगन दवई बुटी के जियत होही मोला तो नी लागे काया काँदा हा उपर ले बने दिखथे पर भितरी हा जनम के खोखला हे खोखला
आज समे के मुताबिक बरतन - भाड़ा कतकोन बरनबानी के निकरगे हे
जे हर परिवार मा अपन पूँजी ले बिसाथें अउर जिनगी जियत हैं
तो आवव आज परतीक के रूप मा या पहिली के बरतन - भाडा या घर परिवार मा हरथे बउरे के जोरा या समान के नाम जान लेथन ।
हाडी |
हंडी मिट्टी का |
दुहना |
छोटा मुँह वाला हण्डी |
गगरा |
धातु का घड़ा |
कूड़ेरा |
( पसोना हाड़ी ) पके चावल के माढ निकाले जाने वाला पात्र |
परई |
हंडी के ढकने या मिट्टी का ढक्कन |
गघरी |
मिट्टी का सकरा मुँह वाला घड़ा |
मलवा , कलोरी |
( दीयना ) बड़ा दीपक |
चुकी |
कुल्हड़ |
करसा |
कलश |
बोर्रातावा |
तवा जो कि हुक उपर लगा रहता है मिट्टी का ढक्कन |
डुआ |
ये भी मिट्टी या लकड़ी का बना रहता है |
कनोंजी |
मिट्टी के बिना हुक का कढ़ाई |
चटवा |
लकड़ी का चम्मच |
बेला |
गहरा चम्मच |
बाँगा |
बड़ा चौड़ा मुँह वाला धातु का बरतन |
करछूल |
बड़ा चम्मच |
झारा |
अधिक छिद्र वाला चम्मचनुमा पात्र |
गिरी , गुड़ |
गोल कुण्डली कपड़े का |
बेलना |
बेलन |
चकला |
चौकी |
एकमहिया चूल्हा |
एक मुँह वाला चूल्हा |
पिवड़ा |
पाटा |
दूमहिया चूल्हा |
दो मुँह वाला चूल्हा |
माची |
चौकीमा रस्सी के गथा हुआ |
चूल |
बड़ा चूल्हा जो भंडारे आदि में भोजन बनाने में उपयोग किया जाता है |
मुढ़ा |
मोटा सिक का बना गोल स्टूल |
खटिया |
खाट |
कटोरीया |
कटोरी |
माचा खटिया |
सक्त गथा हुआ खाट |
मचोली |
खाट का छोटा रुप |
मैरका , मैरसा |
बड़ा घड़ा जो चारो तरफ मिट्टी से छबा रहता है |
हुमाही |
होम देने का मिट्टी का गहरा पात्र |
थारी |
थाली |
गंजी |
गंजी |
थरकोलिया , माली |
छोटा थालीनुमा |
कटोरीया |
कटोरी |
कटोरा |
छोटा तसेलानुमा |
लोटिया |
लोटा |
चरु |
छोटा लोटा |
पियाला |
प्याला |
गिलसिया |
गिलास |
कप |
चाय पीने का पात्र |
चलनी |
छदनी , छलनी |
मुँडा लोटा |
बिना पेंदी का लोटा |
चमेटा |
चिमठा |
डलिया |
बाँस का बड़ा टोकरा |
बटलोही |
बिना पेंदे का धातु का घड़ा |
झऊँहा |
टुकना , टोकरा |
बाहरी |
झाडू |
डलिया |
बड़ा टोकरा |
बिजना |
हाथ का बना खपच्ची से बना हुआ पंखा |
डब्बा |
सुरक्षित रखने का ढक्कन दार डिब्बा |
कटोरी |
चटनी आदि खाने रखने का धातु के थोड़ा गहरा पात्र |
बाल्टी |
बालटी |
सुपा |
सूप |
धुकना , बिजना |
पंखा |
छाँपी |
बाँस की पेटी |
बकस |
बाक्स |
छीरबाहरी |
घास का झाडू |
खरेहरा बाहरी |
काँटेदार सिक आदि का बना झाडू |
फूल बाहरी |
फूल वाला झाडू |
ठुठी बाहरी |
छोटा टूटा झाडू |
चगोंरा |
बाँस का चौड़ा खपच्ची का बना टोकरी |
बुटी |
छोटे से छोटे टोकरी |
चाप , सरकी |
चटाई |
झाल |
पके चावल के माड़ निकालने वाला जालीदार बड़ा टोकरा |
मड़वा |
मंडप |
गाप |
आधा कटा समान टोकरी जिसको देव आने पर पकड़ने का काम आता है |
सिंगोलिया |
सिंगार दानी |
डेरा |
घर , ठहरने का स्थान |
ढेरा |
सूत डोरी आदि आटने , बटने का वाला चकरी |
टेंडा |
पानी निकालने का यंत्र |
कुँआ |
कुँआ |
बावली |
गहरा छोटा तालाब |
तरिया |
तालाब |
थुनहीं |
टेंडा खंबा |
बाजवट |
तखत |
खुमरी |
पत्तों का छत्ता |
कमरा |
भेड़ के बालों का चादर |
मोरा |
पत्ते का आधा लंबाई कटा छत्ता |
डोरी |
रस्सी |
डोर |
बड़ा रस्सा |
सुतरी |
सुंतली |
सूत |
धागा |
हँसिया |
हँसिया |
नाहना |
चमड़े का ताँत , रस्सी |
पोतना |
पुराने कपड़े का पोंछा |
पोतनी |
छोटे पोतनी |
तावा |
तवा लोहे का |
निसेनी |
सिढ़ी |
पर्रा |
बाँस का चौड़ा टोकरा |
सड़सी |
सोंडसी |
हण्डा |
धातु का बड़ा घड़ा जो जमीन में गाड़ा जाता है |
रापा |
फावड़ा |
कुरपी |
खुरपी |
कुदारी |
कुदाली |
इल्ली |
छोटा हँसिया |
बाहना |
धान कुटने की मशीन के कुछ भाग |
ढेकी |
देसी धान कुटने की मसीन आदि |