हमर छत्तीसगढ़ मा देई - देवता के भरमार हावे । आज के मनसे मला कोनजनी का भगम होगेहे ते असलियत ला तियाग के नकलियत मा बिसवास करके सुने - सुनाय ला गंजे माने ला लगीन हे , भूत - परेत जादू - मंतर गजबे हे । भगवान कृष्ण कन्हैया हा अपन गीता मा फरियाय देहे कि पितर ला मानहु ते । पितर लोग जहू , भूत - परेत ला मानहू ते भूत - परेत जोनी जहू अउर मोला मानहू ते परम मोरपद ( मोक्ष ) ला पा जहू । तबले मनसे मन नई चेतत हे काबर की मनसे मन तुरुत - फुरुत कामना करके के फल चाहिथें , ओमन उदूरबुचकी हावें , एक कहावत हे कि ' डोंगरी चड़बे तभे भरभस टुटही ' जब बिपत , परसानी , हलाकानी , अही तभे भगवान ला गोहार पारही । नौ खण्ड पृथमी मा तैतीस कोटी देवता परमुख बिराज मान हावे पर आदमी नई माने अपन भरोसा का का उपर करे ला लगगीस हे , माटी , पखना , ईटा , लोहा , डोंगरी - पहाड़ , रुख - रई , कठवा जेला एक झिन गुलाल , बंदन , चंदन लगा दिन ओ उही दिन ले ओखर बर देवता अउर भगवान बनगे ओला पूजा करेल लगगें । असली देवता तो अपने भितरी मा बईठे हावे , सही मायने मा मानबे ते अपन दाई - ददा तो असली बड़े देव - धामी हे ओला छोड़ के भटकत हावन पर हमर मनसे चोला मा एक बिसवास के जघा हे कि जेला मान लेन ते मानलीन ते मानलीन ओ मरत दम तक नई छुटे । तो आज के देव - धामी ला एक कनी अइसना देख लेथन खाल्हे कोती हमन ।
1 . मानतादेवः - मैंहा सोचथों कि ये देव - धामी झूपना , मानना कम पढ़े - लिखे या नान्हें जाति गोड - गवाँर , गहिरा ला ही आथे । कुन्हू कलेक्टर , मास्टर मंत्री , पुलिस अधिकरी बने गंज पढ़े - लिखे मन ला कायबर नी आवे । मनसे मा एक ठीन अउर बिचित्र बिडम्बना हे कि बिगन सोचे समझे अपन बिसवास के खातिर , कहो या लालच कहो या अंधबिसवास कहो जे घर - गाँव के परमुख नारी जाति या फेर पुरुष जाति के लोगन के अलहन मा या फेर जे एसने - तेसने मर हर जाथे ओला घलोक देई - देवता मान लेथें जइसे : - बुडादेव , बूढीमाई , माहामाई , खमदेई , रातमाई , बंजारीनदाई , साहड़ा , शीतलादाई , बिलईमाता , दंतेश्वरीमाई , गधहीमाई , मोकलामाँझी , आधामाँझी , बगधरा , सरबंगला , दुलहादेव , घाटवाली , टिकरीवाली , अंगारमोती , डोंगरीवाली , सेंदरीमाता , ध्रवा - कचना , भैरोबाबा , पथियार , सावाँवाली , ठकुरईनदाई , राऊतगुरु , कुँवरबाबा , ननकीमाता , छोटेडोंगर , बड़ेडोंगर , चितरईदेबी , गोडिनदेव , लजगहीन , लचकुरहीनदाई , छोटेठाकुर , बड़काठाकुर , बालगीरबाबा , बुचवाठाकुर , नारवाली , फूलवाली , मड़वारानी , रीछीनमाता , लचकुरहीन माई दूँईफोर आदि येसनेच देवमानत हैं ।
2 . परमुख देव पर हमन जे दुनिया ला पालन - पोषन करथे ओ देव ला तो हमन भूलागेहन गायत्री माता , बरमा , बिसनु , महेश , गौरा - गौरी , गनेश , राम लछिमन , दुर्गादाई , येसने 56 कोटी देव - धामी , पवन , पानी , आगी आदि हावें ।
3 . भूतपरेत के नाव ( नाम ) : - ठोनही गुरु सोधे , मरी - मशान , परेतीन , मुड़फोरी , टोनहीं , चूरावाली , पैंरीवाली , रक्सा , रक्सी , मटिया , चटिया , कोतवालीन डोकरी , रोनहाबाबू , बको माई येसनेच अठारह किसिम के परेत - परेतीन के नाम आथे ।