छत्तीसगदी म कतको कन लोक गीत हवै । करमा हर छत्तीसगढ़ी लोक गीत के राजा ए अऊ एकर दु झन रानी हे साल्हो अऊ ददरिया | राजा, मंत्री, परजा अऊ भूइया जइसे कोने राज बर चार ठन अंग होथे, वइसन हे करमा लोकगीत के चार अंग या भेद माने गये हे जइसे - रास, झुमर, पहाड़ी अऊ चिहीरिटी । एमा रास हर राजा ए, झुमर मंत्री, पहाड़ी भूइंया अऊ चिहीरिटी हर परजा बरोबर ए । ए खाल्हे के डांड़ म जम्मो लोकगीत के नाम अइसन हे
सुआ
साल्हो
ददरिया
करमा
भोजली
रास
पंथी
चौका
गम्मत
बार
बांस
देवार
पण्डवानी
भरथरी
फाग
चदैनी
जवाँरा
बिहाव
नंगमत
रमरमिया
कातिक
गौरा
आल्हा
भरनी
बिहाव गीत के भेद = डिंडवा, भाँवर, हरदी तेल, चढावन, गारी, परघनी, बेटी विदाई
करमा गीत के भेद = रिंजा, झुमर, रास, चिहीरिटी । (रिंजा - पहाड़ी)