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देव हीरा लहरी

पिता :- हीरा लाल लहरी
सम्पर्क:- 9770330338
ईमेल :- devheeralahari@gmail.com
जन्म तिथि :- 1978-05-05
शिक्षा:- जीव विज्ञान में स्नातक
पता :- मुनगेसर चंदखुरी फार्म मंदिर हसौद रायपुर छत्तीसगढ़
पद:- छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना
विधा :- 30 प्रकाशित प्रमुख पत्रिका तथा अखबार में
रचना1 शीर्षकन :- छत्तीसगढ़ के माटी
रचना1 :- छत्तीसगढ़ के माटी मोर छत्तीसगढ़ के माटी तोला बंदव कोटि-कोटि सुग्घर होथे इंहा खेती बड़ सुहाथे अंगरा रोटी पावन हे हमर भुईयां सुन ले मोर जहुरिया इंहा ले झन जा दुरिहा खा ले तै ह किरिया निर्मल हे मोर गांव बर पीपर के छाँव कौशल्या दाई के पाँव तै आजाबे मोर गांव घर म आथे मेहमान करथन अब्बड मान छत्तीसगढ़ ल तै जान ईही हमर पहिचान चल संगी चल मितान नागर धरले ग किसान उगाबो सोनहा धान आजाही नवा बिहान माटी हमर मितान कहिथे हमर सियान भुईयां बर दव धियान माटी बिन छूटही परान रचना - देव हीरा लहरी चंदखुरी फार्म रायपुर मोबा :- 9770330338
रचना2 शीर्षकन :- टिपिर टिपिर बरसे पानी
रचना2 :- टिपिर टिपिर बरसे पानी पाना-पाना डारा-डारा झुमय नाचे पारा-पारा नेवता हवे झारा-झारा खेले आहु हमर पारा गाना गावय चंदा रानी। टिपिर-टिपिर बरसे पानी।। हरियर-हरियर सबो कोती ऐती ओती चारो कोती पानी दिखे जइसे मोती चुहे लागे हे ओरवाती गढ़हत हवय नवा कहानी। टिपिर-टिपिर बरसे पानी।। गली-गली खोर-खोर फुल फुलय चारो ओर मगन होके नाचय मोर मछरी चढ़हय कोरे कोर घानी मानी घोर घोरानी। टिपिर-टिपिर बरसे पानी।। सहर-सहर गाँव-गाँव चिखला माते पांवे पांव कऊंवा करय काँव-काँव बर पीपर के छाँव-छाँव कुहके कारी कोयली रानी। टिपिर-टिपिर बरसे पानी।। रचना - देव हीरा लहरी चंदखुरी फार्म मंदिर हसौद जिला - रईपुर छत्तीसगढ़ संपर्क :- 09770330338
पुरस्कार :- 1) छत्तीसगढ़िया युवा कवि (क्रान्ति सेना के जबर गोहार मे) 2) प्रतिभा सम्मान, कविता लेखन पत्रकारिता में छत्तीसगढ़ मेहर समाज की ओर से