मुख्यपृष्ठ > भाषा > विद्या> विषय



राजेश कोशले

पिता :- श्री मानक लाल कोशले
सम्पर्क:- 9993648836
ईमेल :- rajeshkoshley@gmail.com
जन्म तिथि :- 02/10/1987
शिक्षा:- बी.एस.सी, एम.ए, डी.एड.
पता :- गांव माकरी पो.+थाना कुण्डा तह. पंडरिया जिला कबीरधाम(छ.ग)
पद:- शिक्षक
विधा :- ए बादर तैं काबर करत हवस हाँसी,
रचना1 शीर्षकन :- ए बादर तै काबर करत हवस हाँसी
रचना1 :- *ए बादर, तैं काबर करत हाँसी,,,,,,* ~~~~~~~~~~~~~~~~~ ए बादर,तैं काबर करत हवस हाँसी ! धर मुड़ी रोवत,फाटत किसनहा भुइयां छाती !! ए बादर,तैं काबर--------- परे खेत म बिजहा,बिन बादर भतागे ! मुचुर-माचर आए, जरइ घला सुखागे !! बइठे मेढ़ म, छोर पागा आवत हे रोवाँसी ! ए बादर, तैं काबर करत हवस हाँसी !! असाढ़ के अवइया,सावन ल बिजरा दें ! सज-सँवर बइठे सुंदरी,हिरदे ल रोवाँ दे !! ढीट बरोबर निमगा, करे तेहा हठ्ठासी ! ए बादर, तैं काबर करत हवस हाँसी !! ठोंक-ठठा के नागर,बइला ल कोटना बोरूवा ! खेती-खार धुर्रा उड़े,भुइयां कइसे डारव बिरवाँ !! चिक्कन परे टिकरा-भर्री,बाहरा नार मटासी ! ए बादर, तैं काबर करत हवस हाँसी !! राजेश कोशले,,,
रचना2 शीर्षकन :- मुचमुचावत सुवारी ल रंग लगाव
रचना2 :- *मुचमुचावत सुवारी ल रंग लगाव,,,,* ~~~~~~~~~~~~~~~~ आसों फगुवा म,लुगरा लाली बिसाव ! मुचमुचावत सुवारी ल,रंग लगाव !! रतिहा दुनों करेन,सुमत भरे गोठ ! हंसी -ठिठोली रंगबो पोठम-पोठ !! किलों-किलों गुलाल,झट-झट बोहाव ! मुचमुचावत सुवारी ल,रंग लगाव !! कर उधारी, लाने हव नवा लुगरा ! काबर के चोरों-बोरों,हो जाही अचरा !! खंती-माटी के झोकेंव,झटकुन पटाव ! मुचमुचावत सुवारी ल,रंग लगाव !! सोये-बसे रतिहा,उठे ल परही बिहनिहा ! टिमिक-टामक नगारा,फ़ाग डोले कनिहा !! पउर फुलाये रहिस मुंह,पहली आसों मनाव ! मुचमुचावत सुवारी ल, रंग लगाव !! संगी-साथी खेलत-कूदत,जतनही लइका ! लिपे-पोते छितका कुरिया,भिठिया फइका !! निकले गली-खोर,गुजड़ सकरी लगाव ! मुचमुचावत सुवारी ल, रंग लगाव !! अइसन हित-मीत के फगुवा, रोजे आवय ! पिचके पिचका भींगे,चुनरी चोली सुवारी भावय !! चढ़े मया के रंग,कइसे झटकुन छोड़ाव ! मुचमुचावत सुवारी ल, रंग लगाव !! *राजेश कोशले,,,
पुरस्कार :- बिलासा साहित्य समिति बिलासपुर/