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"छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग" - लक्ष्य एवं उद्देश्य



"छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग" का गठन राज्य के विचारों की परम्परा और राज्य की समग्र भाषायी विवधता के परिरक्षण, प्रचलन और विकास करने तथा इसके लिये भाषायी अध्ययन, अनुसंधान तथा दस्तावेज संकलन, सृजन तथा अनुवाद, संरक्षण, प्रकाशन, सुझाव तथा अनुशंसाओं के माध्यम से छत्तीसगढ़ी पारम्परिक भाषा को बढ़ावा देने हेतु शासन में भाषा के उपयोग को उन्नत बनाने के लिए किया गया है। आयोग के प्राथमिक लक्ष्य एवं उद्देश्य निम्नांकित हैं:- 1. राजभाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में दर्ज कराना 2. राजकाज की भाषा में उपयोग 3. त्रिभाषायी भाषा के रूप में प्राथमिक एवं माध्यमिक कक्षाओं में पाठ्यक्रम में शामिल करना