छत्तीसगढ़ में खनिज सम्पदा की दृस्टि से भरापूरा राज्य है यहाँ 28 प्रकार के खनिज पाए जाते है जिसमे से 20 प्रकार के खनिज का उत्खनन किया जाता है -
खनिजों का वर्गीकरण :- खनिजों का वर्गीकरण उसकी उपयोगिता ,खनिज के गुण , एवं प्रयोग के आधार पर निम्न वर्गों में विभाजित किया जा सकता है -
गुण के अधार पर :-
1. धात्विक खनिज (metallic minerals):-इसे 5 भागो में बांटा गया है
लोहस (लौह अयस्क )
लौह मिश्र धातु (मैग्नीज ,क्रोमियम ,कोबाल्ट, मालिब्डेनम , निकल ,टंगस्टन ,वेंकियम और फेरोफास्फोरस )
अलौह धातुएं (बाक्साइड , तांबा ,सीसा ,टिन ,जस्ता आदि )
बहुमूल्य धातुएं (सोना ,चांदी ,प्लेटिनम आदि )
परमाणु खनिज (यूरेनियम ,और थोरियम )
2. अधात्विक खनिज (non metallic minerals ):-
इसे निम्न भागो में बता गया है -
उर्वरक खनिज ( नाइट्रेट ,फास्फेट ,पोटाश )
मणि खनिज (हिरा ,पन्ना ,लाल ,मारकाट ,आपल इत्यादि )
भुद्रव्य खनिज (जिप्सम ,नमक , गंधक ,चुना पत्थर इत्यादि )
3. खनिज ईंधन:- इसके अंतर्गत पेट्रोलियम ,प्राकृतिक गैस तथा कोयला आते है।
राष्ट्रीय स्तर पर छत्तीसगढ़ की स्थिति :-
खदान भण्डारण की दृस्टि प्रदेश का स्थान - तीसरा
उत्पादन की दृस्टि से प्रदेश का स्थान - पांचवा
प्रदेश में कुल खानो की संख्या - 215
देश के कुल खानो का प्रतिशत - 6. 1 %
मुख्य खनिज उत्पादन में प्रदेश का प्रतिशत --8. 2 %
सम्पूर्ण भारत में टीन का एक मात्र उत्पादन राज्य - छत्तीसगढ़
खनिज राजस्व की दृस्टि से छत्तीसगढ़ का स्थान - कुल उत्पान का 16 %
खनिज राजस्व आय में स्थान - दूसरा
डोलोमाइट के उत्पादन में छत्तीसगढ़ का देश में स्थान - पहला
खनन कार्य :-
1.लौह अयस्क :- केंद्र सरकार NMDC (NATION MINERAL DEVLOPMENT CORPORATION )
NMDC स्थापना - 1968
2. कोयला :- CI (कोल् इण्डिया ) SECL
SOUTH ESTERN COAL FILLED LIMITED
SECLस्थापना - 1987 मुख्यालय बिलासपुर
3. टीन :- CSMDC (C .G. मिनिरल डेवलोपमेन्ट कार्पोरेशन )
4. बाक्साइड :- CSMDC (C .G. मिनिरल डेवलोपमेन्ट कार्पोरेशन )