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कोयला



कोयला

छत्तीसगढ़ में कोयले का प्रचुर मात्रा में भण्डार है। 

  • प्रदेश में  खनिज भण्डार का 17. 45 % है।  
  • देश में भण्डारण में तृतीय स्थान है। प्रथम स्थान -झारखण्ड दूसरा उड़ीसा 
  • उत्पादन की दृस्टि से देश में दूसरा स्थान है।   प्रथम -उड़ीसा  
  • देश के उत्पादन का 21. 41 % प्रदेश में होता है 
  • प्रदेश में कुल राजस्व प्राप्ति का कोयला का योगदान 46. 84 % है। 
  • इसे काला हिरा भी कहा जाता है। 
  • दिसम्बर 2013 तक प्रदेश। `वक मे कोयला का उत्पादन 875.91 लाख टन हुआ है। 

कोयला का प्रकार :- 4 प्रकार का होता है 

  1. एन्थ्रेसाइट -90 % कार्बन 
  2. बिटुमनी -75 -80 %कार्बन 
  3. लिग्नाइट -60 %
  4. पिट 


छत्तीसगढ़ में मुख्यतः  बिटुमनी  प्रकार का कोयला प्राप्त होता है 
कोयला का निर्माण :- प्रदेश में कोयला निर्माण गोंडवाना तथा टर्शियरी युगीन शैलों से होती है। 

प्रदेश के अधिकांश भाग में कोयला का भण्डारण गोंडवाना शैलों से ही होता है। 
कोयला का प्रयोग :- 
  • कोक ,तारकोल फिनायल ,अमोनिया ,नेप्थलीन ,और कोलगैस  जैसे कई पदार्थो में होती है। 
  • प्लास्टिक तथा सुगंधित तेल का निर्माण किया जाता है।  
  • रासायनिक  तत्व के रूप में इसका प्रयोग नायलोन ,धागा ,प्लास्टिक ,पैराशूट ,कैमरे का कव्हर ,टूथब्रश ,टाइपराइटर ,बटन ,रबर और लेम्प इत्यादि में होता है। 

प्रदेश में कोयला उत्पादन क्षेत्र :-

कोरबा कोयला क्षेत्र  :-
  • कोरबा क्षेत्र राज्य के कोयला  उत्पादन क्षेत्र का सबसे बड़ा क्षेत्र है।  
  • कोरबा क्षेत्र में लगभग 1,51,432.9टन कोयला भंडार है 
  • ये क्षेत्र लगभग 626 वर्ग किमी में फैला हुआ है। 
  • इस क्षेत्र के मध्य में हसदेव नदी बहती है। 

कोरबा  क्षेत्र :-

  1. कुसमुंडा 
  2. गेवरा 
  3. दीपका 
  4. मानिकपुर 
  5. रामपुर बेसिन 

 रायगढ़ कोयला क्षेत्र  :-

  •  रायगढ़ क्षेत्र कोयला का सबसे अधिक भंडारण क्षेत्र है। 
  • ये मांड -केलो नदी की घाटी क्षेत्र है। 
  • 1,53,581.7लाख टन कोयले का अनुमानित भण्डार है। 
  • मांड नदी घाटी कोरबा के पश्चिमी क्षेत्र  से जुड़ा है। 
  • इसका  518 वर्ग किमी  मे फैला  हुआ उत्तरीय क्षेत्र है। तथा दक्षिण भाग 40 किमी की विस्तार पर  फैला हुआ है  . 

रायगढ़ क्षेत्र :-

  1. धरमजयगढ़ 
  2. घरघोड़ा 
  3. खरसिया 

 सरगुजा कोयला क्षेत्र :-

  1. विश्रामपुर :- इसका विस्तार लगभग 1036 वर्ग किमी क्षेत्र में विस्तृत है जहा 239 मिलियन टन  कोयले कसंचित भण्डार है। यहाँ ककॉयला उत्तम किस्म (एन्थ्रेसाइट )का  है। 
  2. तातापानी -रामकोला :- कोयला क्षेत्र का  विस्तार सरगुजा के उत्तरी क्षेत्र में है इस कोयले का विस्तार लगभग 260 वर्ग किमी में है। यहाँ का कोयला व्यावसायिक दृस्टि से उपयोगी नहीं है। 
  3. लखनपुर :- यह सरगुजा के उत्तर पश्चिम भाग में स्थित है इस कोयला क्षेत्र का विस्तार 340 वर्ग किमी है। 

कोरिया कोयला क्षेत्र :-

  • इसे चिरमिरी -क़ुरासिया कोयला क्षेत्र भी कहा जाता है। 
  • यह कोरिया के दक्षिण भाग में स्थित है। 
  • इस क्षेत्र का विस्तार लगभग 130 वर्ग किमी है। 
  • यहाँ उत्तम किस्म का कोयला मिलता है। 
  • कोयला का संचित भण्डार लगभग 12154. 1 लाख टन है। 
  • सोनहत कोयला क्षेत्र कोरिया के पूर्वी भाग में स्थित है। 

कोरिया क्षेत्र :-  

  1. सोहागपुर 
  2. चिरमिरी 
  3. मनेन्द्रगढ़ 
  4. क़ुरासिया 
  5. सोनहत