छत्तीसगढ़ के प्रमुख चित्रकार
छत्तीसगढ़ के प्रमुख चित्रकार
1. बेलगूर मंडावी - नाराणयपुर जिले के गढ़बंगाल के निवासी बेलगूर मंडावी मुड़िया जनजाति के है। ये जनजाति जीवन के राष्ट्रीय चित्रकार है।
2. जनगण सिंह श्याम
जनगण सिंह श्याम गोंडी चित्रकारी के पहले कलाकार है।
इनकी लोककला का प्रमुख विषय ग्रामीण जीवन रहा है।इनके चित्रां में जनजातियों का जीवन विविधता के साथ एक संपूर्ण इकाई के रूप में जीवन्त हो उठता है।
3. आनंद सिंह श्याम और श्रीमती कलावती गोड़ - ये दोनों पति-पत्नि ने गोंड़ी अलंकरण परंपरा को विषय क्षेत्र बनाते हुए अनेक चित्र उकेरे है।
4. नर्मदा सोनसाय - रायपुर निवासी श्री सोनसाय जनजातियों में प्रचलित चित्रों की निपुर्ण कलाकार है।
5. श्री निवास विश्वकर्मा - ये बस्तर की माटी के गौरव पुत्र है। दृश्य चित्र उनका प्रिय विषय था।
6. बंशीलाल विश्वकर्मा
ये बस्तर के न केवल ख्याति लब्ध चित्रकार है बल्कि मूर्तिकला, काष्टकला, बेल, मेटल कला और पाषाण प्रतिमाएं के लिए भी अनोखे सर्जक है।
इन्होंने बस्तर में ‘‘आकृति‘‘, नामक कला संस्था की स्थापना की थी। जिसके माध्यम से नई पीढ़ी के शिल्पकार अपनी परंपरागत कला के सृजन में संलग्न है।
7. देवेन्द्र सिंह ठाकुर
बीजापुर में जन्मु देवेन्द्र सिंह ठाकुर राज्य के प्रतिष्ठित चित्रकार हैं।
ये दृश्य चित्र बनाने में अत्यंत प्रतिभाशाली रहे।
8. खेमदास वैष्णव - दंतेवाड़ा में जन्में खेमदास वैष्णव बस्तर के पारंपरिक चित्रकला की अस्मिता को व्यापक रूप से राष्ट्रीय स्तर पर उजागर करने का कार्य किया।
9. बनामाली रामनेताम - कांकेर जिले के ग्राम बनसागर (अमोड़ा) के निवासी वनमाली रामनेताम राज्य के प्रमुख चित्रकारों में एक है।
10. सुरेश विश्वकर्मा - जगदलपुर निवासी सुरेश विश्वकर्मा प्रतिभाशाली चित्रशिल्पी हैं, वे चित्रशिल्प के अलावा काष्ठकला एवं मूर्तिकला के भी सिद्धहस्त कलाकार है।