छत्तीसगढ़ में "आधुनिक चित्रकला"
प्रवेश में स्थापित इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय (खैरागढ़) ने आधुनिक चित्रकला के प्रवाह को महत्वपूर्ण गति दी है।
छत्तीसगढ़ राज्य में प्रदेश का मुख्य चित्रकला केन्द्र रायपुर को ही माना गया है।
स्वतंत्रता के बाद भिलाई इस्पात संयंत्र द्वारा संचालित आर्ट गैलरी ने आधुनिक चित्रकला को व्यापक रूप से आगे बढ़ाया है।
रायपुर में स्थापित महाकौशल कला विथिका ने आधुनिक चित्रकला को न सिर्फ प्रोत्साहित किया बल्कि राज्य के सैकड़ों कलाकरों को कलात्मक मंच भी प्रदान किया।
राज्य में आधुनिक चित्रकला के कलात्मक विकास में सर्वप्रथम नाम - कल्याण प्रसाद शर्मा, ए.के. मुखर्जी, मनोहर लाल यदु, चैरागढ़े, ए.के.दानी, निरंजन महावर, श्री निवास विश्वकर्मा, देवेन्द्र ठाकुर, प्रवीण शर्मा एवं संघर्ष यदु आदि का नाम लिया जाता है।