केवला रानी की गाथा
यह घटना है जहाँ राजा उसे घोड़े के पूँछ से बांध देता है। केवला रानी हरदी के राजा मदनसिंह की पत्नी थी। तोते से वह अपने पति के पास संदेश भेजती है। राजा जल्दि गौना कराने का आग्रह करते हैं। उसके बाद परिजनों को आगे चलने आदेश देकर मदनसिंह केवला रानी को अपने घोड़े के पूँछ से बांध देता है। रानी मर जाने के बाद जब स्वर्ग पहुँचती है, पार्वती उसे फिर से जीवित कर देती है वह फिर से अपने पति के पास पहुँच जाती है। जब अपनी पत्नी पुर्नजीवित होने की कथा राजा को सुनाती है, राजा बहुत पश्चताप करते है। इसके बाद दोनों आनन्दमय जीवन बिताते है।