छत्तीसगढ़ समसामयिकी 2016
➡छत्तीसगद ‘सखी’ वन स्टॉप सेंटर स्थापित करने वाले देश के पहले राज्य बन गया हैं।
➡अब संकटग्रस्त बच्चों की सहायता के लिए भी टोल फ्री ‘चाइल्ड हेल्पलाइन 1098’ का विस्तार सभी जिलों में किया जा रहा है।
➡आंगनवाड़ी केन्द्रों से प्रतिदिन 25 लाख से अधिक गर्भवती, शिशुवती माताओं और छह वर्ष तक के बच्चों को पूरक पोषण आहार सुविधा जिसके कारण कुपोषण का स्तर 10 वर्षों में 17 प्रतिशत घटकर लगभग 30 प्रतिशत रह गया है, जिसे आगामी 5 वर्षों में घटाकर 15 प्रतिशत लाने का लक्ष्य है।
➡उज्जवला योजना:
इस योजना के तहत प्रदेश की लगभग 25 लाख महिलाओं को रियायती दर पर रसोई गैस उपलब्ध कराया जा रहा है। इसमें हितग्राहियों को 200 रू. की रजिस्ट्रेशन राशि पर गैस कनेक्शन के साथ दो बर्नर वाला गैस चूल्हा और पहला भरा सिलेण्डर दिया जा रहा है ।
➡जन्म सहयोगी कार्यक्रम’ के तहत प्रसूति कक्ष में महिला के साथ उनकी निकट परिचिता के रहने की सुविधा दी गई है, ताकि भावनात्मक सहयोग मिले व प्रसव सुरक्षित हो।
➡चिरायु कार्यक्रम’ के अन्तर्गत आंगनवाड़ी केन्द्रों में वर्ष में दो बार तथा स्कूलों में वर्ष में एक बार स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है।
➡सूचना प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल से कारगर जनसुविधाएं देने के लिए 5 हजार लोक सेवा केन्द्र शुरू कर दिए हैं, जो 37 प्रकार की शासकीय सेवाएं उपलब्ध करा रहे हैं। इनमें से जिला या तहसील कार्यालय परिसर में संचालित 175 केन्द्रों ने ही विगत डेढ़ वर्षों में 16 लाख प्रमाण-पत्र जारी किया गया हैं,
➡सेवाकाल के दौरान मृत होने वाले शासकीय सेवकों के परिवारों को राहत देने के लिए नियमों में संशोधन करते हुए अब विवाहित पुत्री, बहन व पुत्र वधु को भी अनुकम्पा नियुक्ति की पात्रता होगी ।
➡अनुसूचित जा