हसदो
हसदो :- हसदो नदी सरगुजा के छोटा नागपुर के पठार की एक पहाड़ी से निकलती है । यह दक्षिण की ओर बहती हुई उत्तर में मुड़ जाती है । लगभग 29 किलोमीटर तक बहने के पश्चात् इसके बाएं तट पर गेज आकर मिल जाती है । आगे नीचे की ओर चलकर यह धजग पहाड़ के किनारे-किनारे की पर्वत श्रेणियों को पार करती है । और पहाडिय़ों के बीच बाई ओर चोरनाई इससे आ मिलती है। तनि तथा अहीरन अन्य दूसरी पहाड़ी सरिताएं हैं, जो दाहिने तट पर इससे आ मिलती है। कटघोड़ा तथा छूरी अहीरन के किनारे स्थित है। अहीरन जटा शंकरी के नाम से भी जानी जाती है। कोसगैन, कोरबा, चांपा, बमनी, डिही, तथा करनोद हसदो के बाएं किनारे पर स्थित है । यह शिवरीनारायण से 14 किलोमीटर दूर नीचे की ओर महुआडीह में महानदी से जा मिलती है उत्तारी भागों में नदी संकरी तथा गहरी है किन्तु बांगो में तान के आ मिलने के पश्चात नदी का पाट चौड़ा रेतीला हो जाता है और कुद द्वीप भी बन जाते हैं । नदी द्वीप बांगो, धनगांव मगुरहा, चरपारा तथा चिचोली के समीप है । हसदो की घाटी में उत्तर में कोरबा तथा कटघोड़ा तक की सड़क के लिये मंद ढलान है, और उसके आगे पगडंडियां है । चांपा में इसे दक्षिण -पूर्वी रेलवे पार करती है । नदी की कुल लंबाई लगभग233 किलोमीटर है ।