शिवनाथ
शिवनाथ :- शिवनाथ राज्य की नीरा नदी है । इस नदी का उद्गम खैरागढ़ के समीप स्थित एक स्थान से हुआ है । लगभग 179 किलोमीटर का लंबा सफर तय करते हुए शिवनाथ का मिलन महानदी से हो जाता है । शिवनाथ नदी का कुल जल ग्रहण क्षेत्र 29162 किलोमीटर है । यह नदी राज्य के दक्षिणी भाग के जल को समेटकर उत्तर भाग को सौंप देती है । इसकी प्रमुख समाहयक नदियां- हैं मनियारी, अरपा, लीलागर, खारून, खाखाराखैरी, तांदुला हो, सामबरसा, अमनेर, सुरही, दोतू करूआ और हांफ । लोक आस्था लंबाई जलग्रहण क्षेत्र, और जल की मात्रा के संदर्भ में महानदी के समान ही है । इस नदी का तल सामान्यतौर पर चट्टानी है । शिवनाथ नदी के उद्गम के बारे में, राज्य में एक लोकसथा प्रचलित है, जिसके अनुसार शिवा नाम की गोंड़ कन्या को,एक गोंड़ युवक विवाह करने की नियति से भगा ले गया । शिवा के द्वारा जबरन विवाह से इंकार करने पर उसे मारकर घाटी में फेंक दिया । जब लोगों के तलाश करने पर, उसे पुकारा तो वह नदी के तौर पर बहने लगी ।